Swarnim (सानो प्रयास )
Wednesday, September 28, 2011
"रिस किन"?
रिस किन, अन्त्य हासो नै हो भने
मनमुटाब किन, साथ सँगै बिताउनुछ भने ।।
मन्दमुस्कानमा स्वर्निम संसार देख्छु म
दुइ मुटुको मिलनमा स्वर्ग देख्छु म ।।
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